मरवाही वनमंडल में सफेद भालू की स्थिति बत्त से बत्तर इसकी जिम्मेदार वन विभाग__वीरेंद्र सिंह बघेल
समाज सेवक और जीव जंतु से बेहद लगाव रखने वाले जीपीएम जिला के लोकप्रिय नेता वीरेंद्र सिंह बघेल की पहचान एक समाज सेवक के रूप में है , दलगत राजनीति से दूर अपनी बात सोशल मीडिया में रखते है ,इसके पूर्व हाथियों के लिए लेमरू प्रोजेक्ट की बात रख चुके है जो मरवाही के पूर्व विधायक Dr के के ध्रुव विधानसभा में रख चुके है ,आज सफेद भालू की चिंता रखते हुए उन्होंने कहा की मैं
सोशल मीडिया में सफेद भालू की तस्वीर और दुर्दसा देखकर मन से दुखी हुआ ,पानी से तड़फता सफेद भालू के बच्चे । एक बार फिर मरवाही वन मंडल के प्रोजेक्ट भालू प्रोजेक्ट सहित करोड़ों की व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी है ,जंगलों में आज भी पानी की व्यवस्था नही खाने के लिए फलदार वृक्ष नही ,आखिर सरकार के हजारों करोड़ों के प्रोजेक्ट क्या पेपर तक सीमित है
मरवाही में सफेद भालू का एक इतिहास रहा है
पहली बार 1995 में मिला था मरवाही में सफेद भालू मरवाही के जंगलों में सफेद भालू पहली बार छत्तीसगढ़ बनने से पहले साल 1995 में मिला था। उसे इंदिरा उद्यान पेंड्रा के रेस्क्यू सेंटर में रखा गया था, लेकिन दुर्लभ प्रजाति का होने के कारण इसे तब मध्यप्रदेश शासन ने भोपाल के चिड़ियाघर भिजवा दिया। जहां वह कई वर्षों तक रहा।
आखिर कब तक अमूल्य धरोहरो को भ्रष्टाचार की आग में झोंकते रहेंगे