तहसील सकोला के लिपिक सहायक वर्ग 3 डंकेश्वर सिदार की शिकायत के बावजूद किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के सकोला तहसील में पदस्थ लिपिक डंकेश्वर सिंह सिदार गंभीर आरोपों से घिरा हुआ है, भ्रष्टाचार ,वसूली जैसे गंभीर आरोपो से घिरे लिपिक की लिखित शिकायत अधिवक्ता संघ, भाजपा नेता, जनप्रतिनिधियों के द्वारा जिला प्रशासन को की गई थी, परंतु लंबे समय के बाद भी उक्त मामले में किसी प्रकार की कार्यवाही ना होना, अपने आप में चिंता का विषय है,
अधिवक्ता संघ द्वारा जिला प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से बताया गया था की सकोला तहसील में लिपिक डंकेश्वर सिंह सिदार के द्वारा अधिवक्तागणों के साथ दुर्व्यवहार एवं अभद्र तरीके से व्यवहार किया जाता है एवं प्रकरणों की सही जानकारी नहीं प्रदान की जाती है तथा प्रत्येक कार्यों में पैसे की मांग की जाती है और कहा जाता है कि पैसा नहीं दोगे तो काम आगे नहीं बढ़ेगा। तहसील के सारे कार्य ठप पड़े हुए हैं। सहायक वर्ग 3 (लिपिक) सिदार के द्वारा उक्त कृत्य से अधिवक्तागणों को कार्य करने में बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अतः माननीय महोदय से निवेदन है कि उक्त सहायक वर्ग 3. (लिपिक) सिदार को तहसील सकोला से स्थानांतरण कर अन्यत्र कहीं भेजा जावे और उसके स्थान पर किसी अन्य लिपिक/रीडर को प्रतिस्थापित किये जाने की कृपा करें।
परंतु आज दिनांक तक के उक्त लिपिक के खिलाफ हुई शिकायत पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया और ना ही किसी प्रकार की कार्यवाही की गई जिससे मुख्य लिपिक के हौसले और बुलंद होते जा रहे है।
प्रशासन का उक्त लिपिक के विरुद्ध कोई कार्यवाही ना करना प्रशासन के कार्यों पर प्रश्न चिन्ह लगाता है तथा सोचने पर विवश करता है की या तो प्रशासन के किसी बड़े अधिकारी के डर से लिपिक के प्रति झुकाव है या उसे सहयोग प्राप्त है या प्रशासन अपने कर्मचारियों के भ्रष्ट कार्यों के प्रति उदासीन है।
जो नाम तहसील सकोला के कार्यों से 2 साल में हुआ था वहीं नाम 3 माह के अन्दर अन्य तहसीलों के भ्रष्टाचार से आगे निकलते जा रहा है। तहसील सकोला के हालात उक्त लिपिक के आने के पश्चात बिगड़ते हुए बद से बदतर होते जा रहे हैं अब तहसील सकोला के आमजन के कार्य राम भरोसे ही है।