रायगढ़ में 4.50 करोड़ के शेयरों की धोखाधड़ी: भाई पर फर्जी दस्तावेजों का गंभीर आरोप, जांच शुरू!!
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रायगढ़ में 4.50 करोड़ के शेयरों की धोखाधड़ी: भाई पर फर्जी दस्तावेजों का गंभीर आरोप, जांच शुरू
रायगढ़@टक्कर न्यूज :- छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में पारिवारिक कंपनी श्री बांके बिहारी इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के 2,09,960 शेयरों के कथित फर्जी हस्तांतरण ने सनसनी फैला दी है। सूरजपुर निवासी अजय अग्रवाल ने अपने भाई हरबिलास अग्रवाल और उनके पुत्रों प्रणव व आयुष अग्रवाल पर फर्जी गिफ्ट डीड और शेयर ट्रांसफर डीड बनाकर 4.50 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर हड़पने का आरोप लगाया है। पूंजीपथरा थाने में दायर शिकायत में धारा 420 (धोखाधड़ी) और 34 (सामान्य आशय से अपराध) के तहत मामला दर्ज करने की मांग की गई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
अजय (55) के अनुसार, उन्होंने 2005 और 2023 में 28 शेयर सर्टिफिकेट्स (नंबर 3-11, 32-40, 173-182) के जरिए शेयर खरीदे थे। कंपनी में उनकी हिस्सेदारी 47.25% है, जबकि हरबिलास की 17.5%। आरोप है कि हरबिलास ने 16 मई 2024 को 100 रुपये के स्टांप पेपर पर फर्जी गिफ्ट डीड बनवाई, जिसमें अजय के हस्ताक्षर की नकल की गई। यह दस्तावेज नोटरी नरेश मिश्रा के समक्ष निष्पादित हुआ, लेकिन अजय का दावा है कि वे वहां मौजूद नहीं थे। गिफ्ट डीड को रजिस्ट्रार के बजाय नोटरी से निष्पादित करना नियम-विरुद्ध है।
आरोपियों ने पुराने सर्टिफिकेट्स को ‘नष्ट’ बताकर नया सर्टिफिकेट (SBBIPL.502, 20 अप्रैल 2024) जारी किया और शेयर ट्रांसफर फॉर्म (SH-4) में फर्जी हस्ताक्षर किए। अजय को इसकी जानकारी एनसीएलटी, कटक में याचिका (53/CB/2025) के दौरान अधिवक्ता अभिनव कार्डिकर से मिली। प्रणव और आयुष, जो कंपनी के डायरेक्टर हैं, पर पद के दुरुपयोग का भी आरोप है।
पुलिस जांच में दस्तावेजों की सत्यता और हस्ताक्षरों की फॉरेंसिक जांच होगी। यदि आरोप सिद्ध हुए, तो आरोपियों को जेल और जुर्माने की सजा हो सकती है। यह मामला कंपनी अधिनियम, 2013 का भी उल्लंघन दर्शाता है। इस घटना ने पारिवारिक व्यवसायों में विश्वास की कमी को उजागर किया है। पुलिस ने शीघ्र कार्रवाई का भरोसा दिया है।