बिल्डर की मनमानी से परेशान कालोनी वासी पहुंचे कलेक्टर के पास एसडीएम की कार्यशैली पर भी खड़े किए सवाल,कलेक्टर ने निष्पक्ष कार्यवाही का आश्वासन दिया…
बिल्डर की मनमानी से परेशान कालोनी वासी पहुंचे कलेक्टर के पास एसडीएम की कार्यशैली पर भी खड़े किए सवाल,कलेक्टर ने निष्पक्ष कार्यवाही का आश्वासन दिया..
रायगढ़..शहर की एक बड़ी और पुरानी आवासीय कालोनी कृष्णा बिहार में इन दिनों सब कुछ समान्य नही चल रहा है। यहां के निवासी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं के लिए भी संघर्ष करते दिख रहे हैं। हालात ऐसे हो चुके हैं कि इस अकालोनी में रहने वाले लोग अब इस बात को लेकर पछता रहे हैं, कि उन्होंने इस कालोनी में घर या जमीन क्या सोच कर खरीदा।
कालोनी की मुख्य सड़क जो पहले से सकरा था। जिसे दिखाकर फेस वन और फेस टू कालोनी बनाई थी। तब की यह पुरानी और बड़ी कालोनी होने के कारण कालोनी के नाम की ख्याति अच्छी हो चुकी थी। इस वह से लालची बिल्डर ने पुनः इसी सड़क को दिखाते हुए कालोनी के फेस 3 और फेस 4 में करीब 200 नए प्लाट काट कर बेच दिए। जिसमें कई प्लॉट्स पर नए लोगों ने घर बना लिए,इससे कालोनी की सकरी सड़क में रोजाना जाम की स्थिति बनने लगी। इसके साथ ही कालोनी वासियों की मूलभूत सुविधाएं की तरफ भी बिल्डर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकि कालोनी में रहने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं।
अब प्रखर बिल्डर और आशीष गोयल साथ-साथ फेस 1-2 से कालोनी को अवैध रूप से और आगे बढ़ाते हुए फेस तीन एवं चार काटने के बाद भी कृष्ण विहार से ही जोड़कर अब फेस 5-6-7 को उसमे जोड़ने की साजिश के विरुद्ध कृष्ण विहार के निवासियों ने बिल्डरों एवं भूमाफियाओं के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया है।
इसके तहत कृष्णा बिहार के निवासियों ने क्रमश: जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, रायगढ़ से मिलकर बिल्डर एवं भूमाफियाओं की काले कारनामों का कच्चा चिट्ठा खोलते हुए पूरे कॉलोनी वासियों को मूलभूत सुविधाओं देने के लिए निवेदन किया है।
यहां ध्यान देने योग्य बात यह है कि प्रखर बिल्डर एवं डेवलपर ने 2006-7 में फेस वन एवं 2 मिलाकर करीब 202 मकान की एक कालोनी विकसित की थी जिसमें उन्होंने कॉलोनी के चारों तरफ बाउंड्री वॉल, पार्क मंदिर, रोड एवं पानी की व्यवस्था के साथ सिक्योरिटी का भी वादा किया था। इसी को देखते हुए काफ़ी महंगे दर पर जमीन लेकर शहर के बहुत से लोगों ने वहां अपने घर बनाए थे। लेकिन बिल्डर ने अपने वादे को पूरा ना करते हुए शासन के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों से मिली भगत करके फेस 3 एवं फेस 4 के नाम से और कॉलोनी को विस्तार देते हुए 200 और प्लाट काट दिए गए। इसमें भी उन्होंने ना मंदिर बनाया ना बाउंड्री वॉल बनाई ना कोई मूलभूत सुविधा दी बल्कि उनका फेस वन एवं फेस टू से जोड़ दिया।
अब यह 400 मकान की कॉलोनी बहुत बड़ी होती है उसके चारों तरफ कोई बाउंड्री वॉल नहीं था। इस कारण आए दिन इस कॉलोनी में पीछे मोहल्ले के असामाजिक तत्वों का डेरा लगने लगा। इतना ही नहीं बिल्डर की लापरवाही से शहर के ढीमरापुर रोड की बजाय कॉलोनी आने जाने वाली अब आवागमन के लिए मुख्य सड़क बन गई। बड़ी-बड़ी गाड़ियां जब नो एंट्री का समय हो तो इस कॉलोनी से घुस के बाहर निकलने लगी। आए दिन इस कॉलोनी में चोरी की घटनाएं घटित होने लगी। महिलाओं के साथ भी असमाजिक लोगों ने कई बार अभद्रता की।
कालोनी की सुरक्षा को लेकर निवासियों ने कई बार बिल्डर को बोला। लेकिन उनकी तरफ से इस और कोई ध्यान नहीं दिया गया। सो सभी कॉलोनीवासियो (फेस 1 से 4) ने मिलकर बिल्डर द्वारा काटे गए अंतिम प्लांट के साथ रोड के साथ एक अपने खर्चे पर दीवाल बनना प्रारंभ कर दिया । लेकिन यह काम प्रखर बिल्डर और इसके साथी भूमाफिया को रास नहीं आया।
उन्होंने कॉलोनी की जमीन पर अपना दावा ठोकते हुए रात के अंधेरे में जेसीबी लाकर सुरक्षा दीवाल तोड़वा दी। साथ ही प्रशासन को गुमराह करके वहां से एक नोटिस भी कॉलोनी वासियों के नाम पर चिपका दी। बिल्डर की बदमाशी इतने में खत्म नही पुलिस में भी उसके द्वार झूठी शिकायत करके कॉलोनी वासियों को डराने धमकाने का काम किया गया।
वर्तमान में कालोनी वासी एक जुट है उन्होंने कालोनी की स्थति की जानकारी मिडिया कर्मियों को भी साथ,ही पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारियों को दी है। सभी ने बिल्डर की हरकत को गलत बताया है और कालोनी की सुरक्षा दीवार के निमार्ण को भी उचित बताया है।