सारंगढ़-बिलाईगढ़: सट्टे की दलदल में धंसता युवावर्ग, मौन है प्रशासन
सारंगढ़-बिलाईगढ़: सट्टे की दलदल में धंसता युवावर्ग, मौन है प्रशासन
सारंगढ़/बिलाईगढ़@टक्कर न्यूज :- जिले का युवावर्ग आज गुमराह होता जा रहा है। कभी जो युवा पढ़ाई और नौकरी के सपने देखते थे, आज वही जल्द पैसा कमाने की चाह में सट्टा-पट्टी और जुए के दलदल में फंस चुके हैं। पढ़ाई से मोहभंग और बेरोजगारी की हताशा ने उन्हें ऐसे रास्तों पर धकेला, जहां खाईवालों ने उन्हें झूठे सपने दिखाए—बड़ी कमाई, महंगे शौक और दिखावटी रुतबे के।दुर्भाग्यवश, कुछ युवाओं ने इन गैरकानूनी रास्तों से संपत्ति और ‘अलग पहचान’ बना ली है। अब ये ही युवा समाज में ‘आइकन’ बन गए हैं, जिन्हें देखकर बाकी युवा भी इसी राह पर चलने को तैयार हैं। नतीजा—अवैध कारोबार की गिरफ्त में पूरा युवावर्ग। जेल जाना इनकी नजर में अब डर नहीं, बल्कि प्रोसेस का हिस्सा बन गया है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों को सब कुछ मालूम है। बड़े आका इन गतिविधियों पर नजर रखते हैं, लेकिन कार्यवाही के नाम पर सिर्फ दिखावा होता है। खाईवालों और कुछ जिम्मेदारों की साठगांठ ने इस पूरे सिस्टम को खोखला बना दिया है। समस्या युवाओं की है, लेकिन समाधान भी वहीं से शुरू हो सकता है—यदि शासन सही दिशा, रोजगार के अवसर और सख्त नियंत्रण दे सके। वरना, यह अवैध कारोबार जिले के भविष्य को पूरी तरह बर्बाद कर देगा। अब वक्त है, शासन-प्रशासन को जगने का।