छत्तीसगढ़

बेजाकब्जा करने हसदेव नदी में डाला जा रहा राखड़.. कार्रवाई नहीं कि जाने से नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ गया…

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प्रशासनिक अधिकारियों की जानकारी में होने के बाद भी कार्रवाई नहीं कि जाने से नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है।

  1. गेरवाघाट एनीकट में प्रदूषित हो रहा नदी का पानी
  2. पर्यावरण संरक्षण नियम के साथ हो रहा खिलवाड़
  3. पर्यावरण विभाग की ओर से कार्रवाई नहीं किए जाने की वजह नदी का पानी प्रदूषित हो रहा है।

कोरबा (टक्कर न्यूज़) : अवैध बेजा कब्जा करने के लिए गेरवाघाट में राताखार पुल के निकट हसदेव नदी में राखड़ को डाला जा रहा हैं। नदी के पानी बहाव क्षेत्र में अब तक 30 एक सेे भी अधिक भू-भाग पर बेजा कब्जा किया जा चुका है। भू-माफियाओं की सक्रियता पर पर्यावरण विभाग की ओर से कार्रवाई नहीं किए जाने की वजह नदी का पानी प्रदूषित हो रहा है।

हसदेव नदी के तट अब तक सब्जियों की खेती की जाती थी। अब यह पूरी तरह भू-माफियाओ के निशाने पर है। नदी को राखड़ से भर प्लाट तैयार किया जा रहा है। राताखार पुल से प्रगति मार्ग अब तक दर्जन भर से अधिक लोगों ने प्लाट तैयार कर लिया है। बेशकीमती जमीन होने के कारण यहां कब्जा करने वालों की होड़ लग गई। इस कार्य कार्य राखड़ परिवहन से लगे वाहन चालकों की भी चांदी हो गई है। क्षेत्र में प्रतिदिन डेढ़ हाइवा से भी राखड़ का डंप किया जा रहा है। नदी की जमीन को अधिग्रहित करने के लिए पहले ईंट से दीवार खड़ी की जा रही है। इसके बाद उसमें राखड़ भर सड़क मार्ग से लेबल तक लाकर समतल किया किया जा रहा है। बताना हो कि जिस स्थान पर बेजाकब्जा किया जा रहा है वहां जल संसाधन विभाग एनीकट का निर्माण करा रखा है।

यहां से निगम क्षेत्र के 23 वार्डों को पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। नदी कें पानी में राखड़ का प्रदूषण घुलने लोगों के घर तक प्रदूषित पानी की आपूर्ति हो रही है। बताना होगा कि कलेक्टर ने अवैध बेजाकब्जा रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जल संसाधन विभाग की बेसकीमती जमीन पर पर्यावरण संरक्षण के नियम का उल्लंघन कर बेजाकब्जा करते हुए प्रशासनिक नियमों धज्जियां उड़ाई जा रही है। बताना होगा जमीन में अवैध बेजा कब्जा प्लाट बनाकर बेचने गोरखधंधा किया जा रहा है। इस क्षेत्र में बेजाकब्जा किया जा वह स्थान वर्षा के दिनों में पानी से लबालब रहता है। प्रशासनिक अधिकारियों की जानकारी में होने के बाद भी कार्रवाई नहीं कि जाने से नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है।

अवैध बेजाकब्जा हटाने की कार्य योजना तैयार ली गई है। क्षेत्र के संबंधित अधिकारी से बेजाकब्जा स्थल का निरीक्षण कराने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

प्रतिष्ठा ममगाई, आयुक्त, नगर निगम, कोरबा

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