निर्दलीय प्रत्याशी शंकर लाल डाल रहा है गोपिका व अन्य के हक में डाका.. सूत्र.. शंकर लाल करोड़ रु खर्च कर के भी पांच का आंकड़ा पार नही कर पाएगा.. जानकार..
शंकर लाल करोड़ रु खर्च कर के भी पांच का आंकड़ा पार नही कर पाएगा.. जानकार..
रायगढ़ : विधानसभा रायगढ़ में चुनावी खुमार अपने चरम पर आ चुका है। प्रचार प्रसार के बाकी अंतिम दिनों को ध्यान में रखते हुए विधान सभा के सभी प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
चुनावी जानकारों की मानें तो दोनो राष्ट्रीय पार्टियों के प्रत्याशियों का अपना कैडर वोट है इससे आगे का मत अपने पक्ष में करने के लिए वो मेहनत कर रहे है।
असली प्रतिस्पर्धा निर्दलीय चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के बीच होनी है जो एक_एक वोट को अपने पक्ष में करने के लिए संघर्ष कर रहे है। कुछ लोगों कहना है कि दो बागी निर्दलीय प्रत्याशी गोपिका गुप्ता और शंकर लाल अग्रवाल क्रमश: अपनी पार्टी भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों का ही वोट काटेंगे। हालाकि चुनाव जितना इनके बूते की बात नही है। इन्हें भी अपनी जमीन( हकीकत) का एहसास है।
जबकि कुछ अन्य चुनावी जानकारों की मानें तो निर्दलीय प्रत्याशी पार्टी प्रत्याशियों का वोट कम पंरतु एक दूसरे के वोट बैंक में ज्यादा सेंध मारी करेंगे। उनकी माने तो निर्दलीय या स्वतंत्र प्रत्याशियों में भाजपा उम्मीदवार ओ पी चौधरी के खिलाफ बागी हुई गोपिका गुप्ता बाकियों की तुलना में ज्यादा बेहतर स्थिति में हैं। उनका अपना वोट बैंक है,साथ ही ग्रामीण इलाकों में उनकी पकड़ है। आप भाजपा की ऐसी सक्रिय और जमीनी नेता मानी जाती रही है जो अमूमन हर किसी की समस्या में मजबूती से खड़ी होती हैं। वर्तमान में उनकी पकड़ या प्रभाव वाले इलाके में कांग्रेस से बागी शंकर लाल अग्रवाल की सक्रियता काफी बढ़ी है। स्थानीय लोगों की माने तो जिला कांग्रेस में कोषाध्यक्ष रहने के बावजूद वह कभी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के बीच राजनीतिक पहचान बना नही पाएं। इसके बावजूद पैसों के दम पर शंकर लाल ने विधानसभा रायगढ़ से कांग्रेस से टिकट मांगने का काम किया। पार्टी के मापदंडों में खरा नहीं उतरने पर शंकर लाल का नाम काट दिया गई?।
इसके साथ शंकर क्रमश