गर्मी की छुट्टियों में पढ़ाई की ठंडी छांव: अदाणी फाउंडेशन के समर कैंप में बच्चों ने सीखा जीने का तरीका..
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खेल, कहानी, कला और संस्कारों का संगम बना ‘प्रोजेक्ट उत्थान’ का ग्रीष्मकालीन शिविर
रायगढ़, 26 अप्रैल 2025: जब ज़्यादातर बच्चे गर्मी की छुट्टियों को केवल आराम और खेलकूद का समय मानते हैं, तब पुसौर विकासखंड के 26 स्कूलों में कुछ खास हो रहा था। अदाणी फाउंडेशन द्वारा संचालित प्रोजेक्ट उत्थान के तहत 22 से 25 अप्रैल तक आयोजित समर कैंप ने शिक्षा, संस्कार और रचनात्मकता का ऐसा संगम रचा कि गर्मी भी फीकी पड़ गई।
सुबह की पहली किरण के साथ जब गांवों की गलियों से बच्चों की हँसी गूंजने लगी, तब स्कूलों की कक्षाएं सीखने की प्रयोगशालाएं बन चुकी थीं। कहानी लेखन से लेकर योग, ध्यान और नृत्य तक~हर गतिविधि में बच्चों की आँखों में उत्सुकता और चेहरे पर मुस्कान झलक रही थी। शतरंज, कैरम, चित्रकला, और ग्रीटिंग कार्ड बनाते हुए नन्हे हाथों ने रचनात्मकता के पंख फैलाए। इन चार दिनों में 450 से अधिक बच्चों ने सिर्फ खेल और कला ही नहीं सीखी, बल्कि जीवन से जुड़ी अहम बातें भी जानीं—जैसे पौष्टिक भोजन क्यों ज़रूरी है, हाथ धोने की आदत कैसे हमें बीमारियों से बचाती है, और पेड़ लगाना क्यों भविष्य की सुरक्षा है। ग्राम सरवानी के प्रधानाध्यापक श्री प्रमोद पटेल ने कहा, “ये शिविर केवल बच्चों के लिए नहीं, बल्कि शिक्षकों और पूरे समुदाय के लिए भी एक नई सीख लेकर आया है।” इस मुहिम में उत्थान सहायक, जनप्रतिनिधि, शाला प्रबंधन समितियां और अदाणी फाउंडेशन की टीम ने मिलकर ऐसा माहौल रचा जिसमें हर बच्चा खुद को खास महसूस कर सका। पौधारोपण के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी बच्चों ने पूरे गांव तक पहुँचाया। छोटे गांवों की बड़ी उड़ान: अदाणी फाउंडेशन का यह समर कैंप इस बात का प्रमाण है कि बदलाव सिर्फ बड़े मंचों पर नहीं, गांव की पाठशालाओं में भी शुरू होता है।







