शिक्षकों की मनमर्जी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी का अभयदान
मरवाही माध्यमिक विद्यालय चिन्गीटोला बरौर विकासखण्ड मरवाही ज़िला गोरेला पेंड्रा मरवाही ( छ:ग ) मे पदस्थ शिक्षक बी. पी. शेन्डे के अनुपस्थित रहने का सूचना प्राप्त होते हि सरपंच ग्राम पंचायत बरौर एवं पंचगणों के द्वारा माध्यमिक शाला चिंगीटोला बरौर का औचक निरीक्षण किया गया, जिसमें विद्यालय में पदस्थ शिक्षक बी. पी.शेन्डे जी बिना किसी अवकाश तथा पूर्व सूचना के अपने कार्यपर अनुपस्थित पाए गए, जिनके संदर्भ में विद्यालय के प्रधान पाठक रविकांत रविदास जी से उक्त शिक्षक के अनुपस्थिति के बारे में ,जानकारी मांगी गई तो प्रधान अध्यापक महोदय द्वारा किसी भी प्रकार के अवकाश स्वीकृति के संबंध में अनभिन्न्ता प्रकट की गई, तथा उनके अनुपस्थिति के संबंध में किसी भी प्रकार की सूचना होने के संदर्भ में जानकारी नहीं होने का कारण बताया ग्राम प्रधान अध्यापक ने इस संबंध में बताया की बीपी सेन्डे की ड्यूटी आज दिनांक को विद्यालय में है परंतु वे अभी विद्यालय नहीं आए हैं, इसका कारण मैं नहीं जानता , बरौर सरपंच के द्वारा प्रधान पाठक से उपस्थिति पंजी दिखाने का अनुरोध किया गया, जिसमें दिनांक 26 3.24 की नक्शा पाठ कान हाजिरी(उपस्थिति पंजी) में शिक्षक बीपी सेन्डे का हस्ताक्षर( उपस्थित मार्क ) लगा हुआ था ,परंतु उक्त शिक्षक उक्त दिनांक को विद्यालय में उपस्थित नहीं थे इसके अलावा संपूर्ण पन्जी के निरीक्षण उपरांत यह जानकारी भी प्राप्त हुई की उक्त दिवस के अलावा भी बीच-बीच के कार्यदिवसो में वह अनुपस्थित रहे बावजूद इसके उपस्थिति पंजी में उनका उपस्थित मार्ग( हस्ताक्षर ) किया हुआ पाया गया इस तरह की लापरवाही अनुशासनहीनता के वजह से उक्त विद्यालय में अध्यनरत बच्चों का भविष्य अंधकार मैं हो रहा हो रहा है ,यह साफ-साफ उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है इसके पूर्व में भी उक्त शिक्षक के खिलाफ कार्य में लापरवाही बरतने के संबंध में शिकायत ग्राम सभा में बैठक ,बैठक कर प्रस्ताव पारित किया किया जा चुका है परंतु उस पर आज पर्यंत कोई भी समुचित कार्रवाई नहीं हुई है! विकासखंड शिक्षा अधिकारी दिलीप पटेल द्वारा शिक्षक शेंडे के ऊपर अभयदान आदिवासी अंचल के बच्चों के भविष्य पर खतरा है क्योंकि बार बार शिकायत के बाद भी कार्यवाही न करना किस बात की तरफ इशारा करता है ये आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं।