छत्तीसगढ़ राजपत्रित अधिकारी संघ गौरेला पेंड्रा मरवाही के जिला अध्यक्ष कामरेड डॉक्टर एसपी सोनी का हार्ट अटैक से निधन
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन गौरेला पेंड्रा मरवाही के कोषाध्यक्ष थे डॉक्टर एसपी सोनी
फेडरेशन के आंदोलन में अपनी सक्रियता के लिए हमेशा याद किए जाएंगे डॉक्टर एसपी सोनी
जिले के कर्मचारियों अधिकारियों में शोक की लहर
छत्तीसगढ़ राजपत्रित अधिकारी संघ गौरेला पेंड्रा मरवाही के जिला अध्यक्ष डॉ एसपी सोनी का हार्ट अटैक से निधन हो गया है। आज उन्हें सीने में दर्द होने के कारण बिलासपुर रेफर किया गया था जहां अस्पताल में उनके इलाज के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। डॉ एसपी सोनी एक ईमानदार एवं कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारी होने के साथ सच्चे गौ सेवक एवं अत्यंत जुझारू कर्मचारी नेता थे जो अपने संगठन के प्रति समर्पित भाव से जीवन पर्यंत काम करते रहे। उनके निधन के समाचार से छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी संगठन गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला राजपत्रित अधिकारी संघ गौरेला पेंड्रा मरवाही सहित कर्मचारी जगत में शोक की लहर छा गई है।
छत्तीसगढ़ पशु चिकित्सा विभाग गौरेला पेंडा मरवाही के जिला अध्यक्ष डॉक्टर एसपी सोनी को जिले के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने तब जाना जब उन्होंने वर्ष 2023 में महंगाई भत्ता एवं केंद्र के समान आवास भत्ता की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर भूपेश सरकार के खिलाफ आंदोलन में अपनी भूमिका रेखांकित की। छत्तीसगढ़ राजपत्रित अधिकारी संघ गौरेला पेंड्रा मरवाही के जिला अध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन गौरेला पेंड्रा मरवाही के कोषाध्यक्ष के हैसियत से डॉक्टर एसपी सोनी ने 12 दिन के आंदोलन में जिस निर्भीकता एवं सक्रियता के साथ अपनी भूमिका निभाई थी उसे देखकर संघर्ष में शामिल बाकी अधिकारी कर्मचारी भी प्रेरणा लेते थे। अपने हंसमुख एवं जिंदा दिली के लिए गौरेला पेंड्रा मरवाही के अधिकारियों एवं कर्मचारियों में लोकप्रिय डॉक्टर एसपी सोनी की पहचान संगठन में सक्रिय नेता के रूप में होने के साथ अपने पशु चिकित्सा विभाग में ईमानदार एवं करमत कर्मचारियों के रूप में थी यही कारण था कि उन्हें कर्मचारी अधिकारी वर्ग के अलावा समाज के लोगों में भी विशेष सम्मान प्राप्त था। डॉ एसपी सोनी ऐसे कर्मचारी थे जिन्होंने कभी पैसे के लिए अपना धर्म और इमान गिरवी नहीं रखा। जो मिल गया उसी को मुकद्दर समझ लिया के भाव से उन्होंने हमेशा पशु चिकित्सा विभाग में अपनी सेवाएं दी। डॉ एसपी सोनी कभी पैसे के लिए नहीं भेज तथा उन्होंने ईमानदारी पूर्वक वेतन से ही अपना गुजारा किया। गौपालको द्वारा पशु चिकित्सा से संबंधित किसी समस्या की सूचना फोन पर दिए जाने पर वह हमेशा गौ सेवा के लिए तत्पर रहते थे। इन सबके अलावा वे कर्मचारी हितों के प्रति भी सक्रिय एवं संवेदनशील रहे जिसके कारण उन्हें कर्मचारियों अधिकारियों के बीच में सम्मानित नजरों से देखा जाता था। कर्मचारी छोटा हो या बाद किसी भी पद में हो वह हमेशा सभी वर्ग के कर्मचारियों से हंसमुख स्वभाव के साथ सम्मान पूर्वक मिलते थे। आज पेंड्रा में उनके सीने में दर्द होने के बाद उन्हें बिलासपुर इलाज के लिए ले जाया गया था जहां अस्पताल में चिकित्सा के दौरान उनका निधन हो गया। उनके निजी संपर्क की के अनुसार उनका निधन हृदय घात से हुआ है। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने डॉक्टर एसपी सोनी के निधन से ऐसा नेता खो दिया है जिन्होंने संगठन के पद को कभी अपने बचाव तथा दुरुपयोग का साधन नहीं बनाया। उन्होंने अपने पद का उपयोग सिर्फ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के हित के लिए किया। कामरेड एसपी सोनी के निधन के समाचार समाचार से कर्मचारियों अधिकारियों में शोक की लहर है।