जांच अधिकारी और आवेदक को बना रहे मूर्ख ऑडिट के नाम पर दस्तावेज दिखाने से किया इंकार : नेवसा सचिव
जी.पी.एम : ग्राम पंचायत नेवसा इन दिनों काफी चर्चा में है चाहे केंद्र सरकार की योजना हो या राज्य शासन की योजना हो सभी की धजिया उड़ने मे किसी प्रकार की कोई कमजोरी नही कर रहे सचिव वही दूसरी तरफ एक ताजा मामला सामने आया है जहा आवेदक द्वारा गौरेला जनपद के 5 पंचायत के विरुद्ध जांच की मांग करी थी जिसपर जनपद गौरेला सी.ई.ओ ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच दल गठित कर जांच हेतु आदेश जारी किए। जांच अधिकारी ने जब नेवसा ग्राम पंचायत की जांच करने नेवसा के पंचायत भवन पहुंचे और बिल एवं वाउचर की मांग करी तब सचिव नेवसा द्वारा जांच अधिकारी को जूठ बोलते हुए बोला की मेरा बिल एवं बाउचर ऑडिट के लिए गया है जबकि सत्र 21–22 का ऑडिट पिछले वर्ष ही पूर्ण हो चुकी थी। जांच के समय की गई इस झूठ की लापरवाही पर सीईओ द्वारा क्या किया जाता है। आवेदक को उसके अधिकारों से गुमराह कर उनके अधिकारों का मजाक उड़ाया जा रहा है जोकि गलत है देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले पर उच्च अधिकारी क्या करते हैं