मरवाही वनमण्डल अंतर्गत राजमेरगढ़ में चल रहे सी.सी रोड़ निर्माण एवं बैगा कुटीर कार्य मे जमकर धंदीली
जीपीएम : मरवाही वनमण्डल जो बीते 3 वर्षो से भ्रष्टाचार एवं गबन के आरोपों से घिरा हुआ है जिसकी आवाज विधानसभा से लेकर माननीय उच्च न्यायालय तक गूंज चुकी हैं बीते कुछ वर्षों पूर्व मरवाही वनमण्डल में मनरेगा योजना अंतर्गत 14 से 15 कर्मचारी निलंबित भी हुए थे जिसमे 2 फर्मों को रेत की फर्जी रॉयल्टी/बिल निकलने का आरोप भी लगा था जिसकी जांच माननीय उच्च न्यायालय द्वारा करवाया जा रहा है
वही एक ताजा मामला उभर के सामने आ रहा है जोकि राजमारगढ़ का है जहा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बैगा जनजाति एवं जिले के विकाश एवं रोजगार हेतु बैगा कुटीर एवं सी.सी रोड़ जैसे अनेक कार्यो की स्वीकृति प्रदान करी थी जिसपर वनकर्मियो एवं ठेकेदारों द्वारा सेध लगाई जा रही है प्राप्त जानकारी अनुसार पकरिया ग्राम पंचायत के जंगल से रेत का अवैध उत्खनन कर कार्य इस्थल तक तस्करी की जा रही है ठेकेदार द्वारा वन परिक्षेत्र अधिकारी के साथ मिलकर कर जंगल को खोखला कर रेत अपने निजी स्वार्थ हेतु उपयोग किया जा रहा है जिससे शासन को बड़े पैमाने पर राजस्व का नुकसान पहुंच रहा है साथ ही ऐसा भी लग रहा है की मरवाही वनमण्डल के अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा नवीन सरकार की छवि को धूमिल करने में कोई कमजोरी नही दिखाई जा रही है