AXIS BANK ROBBERY : डकैती मामले में 24 घंटे के भीतर रायगढ़ पुलिस को मिली अभूतपूर्व सफलता.. सीएम भूपेश बघेल ने भी छत्तीसगढ़ पुलिस की पीठ थपथपाई.. देखे वीडियो📹..!!
AXIS BANK ROBBERY : डकैती मामले में 24 घंटे के भीतर रायगढ़ पुलिस को मिली अभूतपूर्व सफलता.. सीएम भूपेश बघेल ने भी छत्तीसगढ़ पुलिस की पीठ थपथपाई.. देखे वीडियो📹..!!
रायगढ़ : शहर के एक्सिस बैंक में हुई करोड़ो की डकैती मामले में रायगढ़ पुलिस को 24 घंटे के भीतर अभूतपूर्व सफलता हाथ लगी है ।
रायगढ़ पुलिस टीम ने मामले में शत प्रतिशत रकम की बरामदगी करते हुये “शेरघाटी गैंग” बिहार के 05 डकैतों को कैश,गोल्ड, हथियार एवं घटना में प्रयुक्त ट्रक, क्रेटा वाहन के साथ हिरासत में ले लिया है ।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि दिनांक 19/सितम्बर/2023 की सुबह रायगढ़ जिले के ढिमरापुर रोड़ स्थित एक्सिस बैंक में हथियारबंद आरोपियों द्वारा डकैती की घटना को अंजाम दिए जाने की सूचना मिलते ही रायगढ़ रेंज डीआईजी रामगोपाल गर्ग, एस एस पी रायगढ़ सदानंद कुमार व जिले के अन्य पुलिस अधिकारी गण वारदात स्थल पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया।
तत्काल एसएसपी सदानंद कुमार के द्वारा जिले में नाकेबंदी लगवाई गई और सीमावर्ती जिलों में भी जानकारी साझा कर नाकेबंदी और आरोपियों की पतासाजी के पाइंट दिये गये। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वयं आईजी बिलासपुर अजय यादव तथा डी आई जी रामगोपाल गर्ग ने कमान संभाला और अधिकारियों को मार्गदर्शन देते रहे। इधर आई जी अजय यादव ने अन्य जिलों से काबिल अधिकारियों की टीम बुलाई। वही आई जी और डी आई जी ने पुलिस कंट्रोल रूम को वार रूम में बदल कर अभियान में लगे पुलिस अफसरों को निर्देशित करते रहे।
एस एस पी सदानंद कुमार के नेतृत्व में जिले में सर्चिंग एवं नाकाबंदी के लिए पृथक-पृथक टीमें बनाई गई। नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय को सम्पूर्ण जिले में नाकेबंदी एवं हॉटल,लॉज में बाहर से आये हुये व्यक्तियों के डाटाबेस जांच का कार्य दिया गया । वहीं एसडीओपी दीपक मिश्रा द्वारा सायबर, टावर डम्प/टेक्निकल एनालिसिस, ह्यूमन इंट संकलन का कार्य सौंपा गया।आई जी पी अजय यादव के निर्देशन पर रेंज से एडिशनल एस पी कोरबा अभिषेक वर्मा, टी आई अभिनव कांत सिंह,राकेश मिश्रा, एस आई प्रभाकर तिवारी, सागर पाठक, एएसआई हेमंत आदित्य, कांस्टेबल डेमन ओग्रे सायबर सेल कोरबा ने भी तत्काल रायगढ़ पुलिस के मिशन को ज्वाइन किया। जांच में जुटी टीम के द्वारा एक्सिस बैंक के पास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को चेक कर अपनी जांच को आगे बढ़ाया गया। जिसमें पाया गया कि घटना को अंजाम देने हेतु आरोपियों द्वारा पूर्व से रेकी की जा रही थी, तथा वारदात को अंजाम देने का समय भी सुबह का सटीक समय चुना गया। cctv फुटेज खंगालने पर पता चला कि संदेही द्वारा बाइक से एक्सिस बैंक से ढिमरापुर की ओर लगातार दो-तीन बार मूव्हमेंट किया गया और एक बैग को वापस कहीं छोड़कर फिर बगैर बैग के वापस आते दिखे। जिसे आगे सीसीटीवी चेक कर मिलान करने पर एक संदिग्ध क्रेटा कार जे.एच. 01–एफ.ई 8641 की जानकारी मिली। जो कि आरोपियों को पकड़ने में महत्वपूर्ण कड़ी साबित हुई ।
इधर ग्राम बनहर नहर में लावारिस हालत में मिले मोटरसाइकिल से हुई । मोटर सायकल में फर्जी नंबर का स्टिकर लगा हुआ था,चेचिस नंबर के आधार पर लावारिस मोटरसाइकिल के झारखंड सिमडेगा थाना क्षेत्र का होना पाया गया। जिसके वाहन स्वामी से संपर्क करने पर वाहन स्वामी द्वारा वाहन की पहचान की गई । बनहर नहर से आगे आरोपियों के भागने के संभावित रास्तों का पता लगाते हुए टीम पीछा करने में लग गई।
वहीं टोल नाके पर आरोपियों के एग्जिट और एंट्री की जानकारी जुटा रही टीम ने पाया कि आरोपीगण पूर्व में 11 सिंतबर को रायगढ़ से उड़ीसा गये और फिर 18 सितंबर को उड़ीसा रोड से रायगढ़ में दोबारा प्रवेश किया था। आरोपियों के मूवमेंट को ट्रैक करते हुए आगे बढ़ रही टीम द्वारा लगातार वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी साझा किया जा रहा था। जांच में जुटी पुलिस टीम को पता चला कि घटना में संलिप्त जिसमें आरोपियों के बिहार-गया के शेरघाटी गैंग के है।
इस गैंग के द्वारा कोरबा जिले में सीएसईबी स्थित केनरा बैंक में डकैती मामले में भी शामिल होने की जानकारी की पुष्टि हुई । आरोपियों की पहचान होते ही नाकाबंदी और तगड़ी की गई । एस एस पी सदानंद कुमार ने सोनभद्र और रामानुजगंज के इलाके में नाकेबंदी हेतु संभाग के अधिकारियों से बात की। इस बीच एक टीम झारखंड और उड़ीसा तथा अन्य राज्यों में लगातार बनी हुई थी। जहां अपने स्तर पर इंटेलिजेंस कलेक्शन किया जा रहा था ।
इधर आई जी अजय यादव के नेतृत्व में ब्रेन स्ट्रार्मिंग कर आरोपियों के द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले सम्भावित सभी मार्गों की मैपिंग की गई। जो टोल प्लाजा में उनके मूव्हमेंट के संबंध में मिली जानकारी पर आधारित थी। अत: सभी संबंधित जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सघन चेकिंग और नाकेबंदी के लिये सूचित किया गया।इसी बीच रायगढ़ एसएसपी सदानंद कुमार के द्वारा अपने पूर्व सूचना तंत्र को भी काम पर लगाया गया। परिणाम स्वरूप संदिग्ध क्रेटा वाहन के रामानुजगंज क्षेत्र में स्पॉट होने की जानकारी मिली। उन्होंने तत्काल बलरामपुर पुलिस से जानकारी साझा किया ।
एस पी बलरामपुर लाल उमेद सिंह ने स्वयं नाकेबंदी की कमान संभाली और बड़े सूझबूझ से संदिग्ध क्रेटा वाहन को कब्जे में लिया। जिसमें 02 संदेही मौजूद थे। हिरासत में लेने के पश्चात संदेहियों से पूछताछ में अन्य आरोपियों की जानकारी मिली जो पीछे एक ट्रक ओ डी 09 बी 3677 में आ रहे थे, जैसे ही ट्रक को रोकने के लिये पुलिस ने घेराबंदी की उसमें बैठे 02 संदेही भाग निकले। ट्रक चालक को पुलिस के द्वारा फौरन हिरासत में लिया गया। आरोपी वाहन चालक से फरार हुये अन्य दो आरोपियों के संबंध में जानकारी ली गई जिसे अंबिकापुर साइबर सेल की टीम को साझा किया गया। टीम ने आगे रंका (पलामू) क्षेत्र में तैनात अपनी टीम को डिटेल शेयर किये, 02 आरोपियों को टीम ने बस में भागते हुए पकड़ा। हिरासत में लिये गये 05 आरोपियों से पूछताछ पश्चात विधिवत तलाशी ली गई, आरोपियों के पास से – एक देसी मेड राइफल, एक कट्टा, 08 कारतूस, क्रेटा वाहन जेएच 01 – एफ ई 8641, एक ट्रक ओडी 09 बी 3677 और आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किया गया मास्क, कई चाबियां की जप्ती तथा बैंक से लूट किए गए रूपयों आभूषणों की रिकवरी की गई है।मामले में रायगढ़ पुलिस के द्वारा शत प्रतिशत रिकवरी की गई।बरामद रकम को स्थानीय एक्सिस बैंक मैनेजर के साथ बलरामपुर और रायगढ़ पुलिस के निरीक्षकों के द्वारा गणना कराया गया। वहीं देर शाम हिरासत में लिये गये बिहार शेरघाटी इलाके के 05 डकैतों को रायगढ़ लाया गया है जिनसे उनके अन्य साथियों की डिटेल प्राप्त की गई। पुलिस की टीम लगातार फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी कर रही है। बिहार के गया शेरघाटी डकैत गिरोह के आरोपी अमरजीत कुमार और राजेश दास के संबंध में बिहार के कई जिलों में अपहरण, चोरी, लूट आदि के कई मामले सामने आये हैं। अन्य आरोपियों के भी कई राज्यों में लूट,डकैती जैसे वारदातों को अंजाम देने की जानकारी मिली है।
रायगढ़ पुलिस द्वारा सभी राज्यों को जानकारी साझा कर आरोपियों के अपराधिक रिकार्ड भी प्राप्त किया जा रहा है । थाना कोतवाली रायगढ़ में आरोपियों पर डकैती व आर्म्स एक्ट की सुसंगत धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर आगे की कार्यवाही की जा रही है ।
जप्ती रूपये व ज्वेलरी*-
नगद लगभग 4.19 करोड़, सोना 78 पैकेट कीमती लगभग – 1.43 करोड़ – कुल ₹5 करोड़ 62 लाख ।
*हथियार, वाहन व अन्य* –
एक देशी मेड राइफल, एक कट्टा, 08 कारतूस, क्रेटा वाहन, ट्रक और आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किया गया मास्क, कई चाबियां ।
गिरफ्तार आरोपी*-
(1) राकेश कुमार गुप्ता पिता गणेश साव उम्र 22 साल निवासी बार थाना शेरघाटी जिला गया बिहार
(2) उपेंद्र सिंह पिता सुंदरिका सिंह राजपूत उम्र 50 साल निवासी गुरुवा जिला गया बिहार
(3) निशांत उर्फ पंकज कुमार महतो उर्फ राजेश दास पिता जयदेव प्रसाद उम्र 32 साल निवासी खरसरी थाना मधुबन जिला धनबाद बिहार
(4) राहुल कुमार सिंह पिता उपेंद्र लाल उम्र 22 साल निवासी ग्राम डोभी थाना डोभी जिला गया बिहार
(5) अमरजीत कुमार पिता शंकर उम्र 24 साल निवासी भरारी थाना शेरघाटी जिला गया बिहार
आईजी बिलासपुर श्री अजय यादव तथा डीआईजी श्री रामगोपाल गर्ग के मार्गदर्शन एवं एसएसपी सदानंद कुमार के नेतृत्व में एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा, एएसपी संदीप मित्तल, एसडीओपी खरसिया निमिषा पांडेय, एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा, नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय, डीएसपी सुशांतो बनर्जी, डीएसपी निकिता तिवारी, डीएसपी के.के. वासनिक, निरीक्षक शनिप रात्रे, प्रशांत राव आहेर, शरद चन्द्रा, आर्शीवाद राहटगांवकर, हर्ष वर्धन सिंह बैस, सुखनंदन पटेल, रामकिंकर यादव, कृष्णकांत सिंह, राकेश मिश्रा, अभिनवकांत सिंह, विजय चेलक, एस.आई. संजय नाग, कमल किशोर पटेल, सागर पाठक, दीपिका निर्मलकर, ए.एस.आई. इगेश्वर यादव, दिलीप बेहरा, रमेश शर्मा, प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, दुर्गेश सिंह, बृजलाल गुर्जर, सतीश पाठक, लोमश राजपूत, रेणु मंडावी, आरक्षक जगमोहन ओग्रे, उत्तम सारथी, मनोज पटनायक, जगन्नाथ साहू, संतोष जायसवाल, कोमल तिवारी, धर्नुजय बेहरा, विनय तिवारी, बालचंद राव, धर्मेंद्र प्रताप सिंह, प्रशांत पडां, महेश पंडा, विक्रम सिंह, विकास प्रधान, सुरेश सिदार, नरेश रजक, रविन्द्र गुप्ता, नवीन शुक्ला, धनंजय कश्यप, पुष्पेन्द्र जाटवर, नंदू पैंकरा, सुरेन्द्र पोर्त, डेमन ओग्रे और प्रमोद सागर आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही है ।