श्याम ढलते जिला अस्पताल बन जाता है शराबियों का अड्डा.. यह से बीमारी जाति नही उल्टा दावत दिया जाता है..!!
सुरक्षा में लापरवाही : जिला अस्पताल कैम्पस बना शराबियों का अड्डा,बीयर और शराब की बोतलों का अंबार…
सुरक्षा में लापरवाही.. दारू पीते दिखे लोग.. तो वही नालियों में दिखा इंजेक्शन का जमावड़ा…
रायगढ़ :- रायगढ़ का संयुक्त जिला अस्पताल में साफ_सफाई और अव्यवस्था को लेकर हमेशा चर्चा में रहा है।
वर्तमान में अस्पताल परिसर फिर एक बार सुर्खियों में है इसके पीछे की वजह यहां फैली गन्दगी तो है ही साथ ही यहां अस्पताल का परिसर में खुलेआम होने वाली शराब खोरी भी चिंता का विषय बन गया है।
विडंबना यह है कि इस अनैतिक कृत्य की तरफ अस्पताल प्रबंधन या प्रशासन ध्यान नहीं दिए जाने की वजह से यहां यत्र तत्र खाली बीयर और शराब की बोतलें बिखरी पड़ी हुई हैं.
दरअसल में जिला अस्पताल में किसी काम से गए मिडियाकर्मी की नजर जगह जगह पड़ी शराब की खाली बोतलों और अस्पताल परिसर में कुछ लोगो को खुले में शराब खोरी करते हुए देख लिया। जैसे ही पत्रकार महोदय ने कैमरा आन किए शराबी निकल गए लेकिन अपने द्वारा अस्पताल परिसर में फैलाई गई गन्दगी और खाली शराब की बोतले छोड़ गए।
जिसके बाद अस्पताल परिसर के दूसरे स्थानों में भी भारी मात्रा में शराब की खाली बोतलें देखने को मिली। जिससे यह स्पष्ट हो गया कि अस्पताल की अव्यवस्था को लेकर जिसे देख अस्पताल प्रबंधन को कोई लेना देना नही है। सच कहें तो जिला अस्पताल रायगढ़ वर्तमान स्थिति को देखकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री भी शायद गश खाकर गिर पड़ेंगे।
अस्पताल परिसर के अंदर शराबियों का लगता है जमावड़ा
दरअसल, हैरान कर देने वाला मामला रायगढ़ जिले के सरकारी अस्पताल का है.जो शहर के सबसे व्यस्ततम और भीड़भाड़ वाले इलाके में स्थित है। साथ ही जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के नाम से जाना जाता है। यहां की बिल्डिंग में एमरजेंसी समेत महिला आदि से सम्बंधित विभाग है. वहीं, अधीक्षक आदि का सरकारी दफ्तर का कमरा भी यहीं है. इसके अलावा संयुक्त अस्पताल में दिन में ओपीडी चलती है. शाम ढलते ही ये संयुक्त अस्पताल मरीजों के स्थान पर शराबियों का अड्डा बन जाता है.जिसका प्रमाण है ये वीडियो जिसमे परिसर में बिल्डिंग के अंडर में खाली पड़ी शराब की बोतलें और गिलास के अलावा फेंकी गई खाली बोतले है. उसके आलावा अस्पताल की नालियों में इंजेक्शन का भंडार भरा हुआ है।जिसे खुल्ले में फेंका जाता रहा है। यह सब कुछ प्रबंधन की बड़ी लापरवाही को उजागर करता है।
हालात देखकर ऐसा लगता है मानों यहां कोई व्यक्ति अपनी बीमारी का इलाज कराने आएगा तो वह अपने साथ या तो नई बीमारी या फिर शराबियों अथवा असमाजिक तत्वों से कोई विवाद साथ लेकर ही जाएगा। कही ऐसे में कोई बड़ी बीमारी न आ जाए सामने। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि लापरवाह अस्पताल प्रबंधन अस्पताल परिसर की उचित साफ सफाई करवाने के अलावा परिसर के अंदर जारी असमाजिक तत्वों की सक्रियता पर लगाम लगाए। क्युकी यहां तस्वीरों में बिलकुल साफ साफ दिखाई दे रहा है कि अस्पताल की नालियों में इंजेक्शन कई दिनों से फेकी जा रही है। साथ ही कई महीने से अस्पताल परिसर में खुले आम शराब खोरी की जा रही है।